"हार के डर से हिंसा का सहारा लेना भाजपा की पुरानी रणनीति है।"
बहराइच की हिंसा पर राजनीति तेज हो गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने इसे विधानसभा उपचुनाव से जोड़ते हुए कहा है कि चुनाव का आना और सांप्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफाक नहीं है। जनता सब समझ रही है। हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है, सब जानते हैं। ये उप चुनाव की दस्तक है।
दिखावटी कानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख्ता इंतजाम करे तो सब सही हो जाएगा, लेकिन ऐसा तभी होगा जब ये सरकार चाहेगी।
दिखावटी कानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख्ता इंतजाम करे तो सब सही हो जाएगा, लेकिन ऐसा तभी होगा जब ये सरकार चाहेगी।
देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र (वाराणसी) में सामाजिक सौहार्द की परंपरा को खंडित करने का प्रयास भाजपा सरकार की संकीर्ण राजनीति का प्रतीक है। यहां मची भगदड़ भाजपाइयों की बदइंतजामी का प्रमाण है, जो नहीं चाहते हैं कि भाईचारे के ऐसे आयोजन सफल हों।
— माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी